हिमाचल राज्यसभा चुनाव के रिजल्ट को हाईकोर्ट में चुनौती; कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने दाखिल की याचिका, जानिए क्या मांग की?
Himachal Rajya Sabha Election Result Challenging In High Court
Himachal Rajya Sabha Election Result: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने हिमाचल राज्यसभा चुनाव के रिजल्ट को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। सिंघवी शनिवार को व्यक्तिगत तौर पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट पहुंचे और यहां याचिका दाखिल की। याचिका में सिंघवी की ओर से कहा गया है कि राज्यसभा चुनाव के बाद वो ड्रा ऑफ़ लॉट्स के जिस नियम के तहत हुए चुनाव हारे हैं, वह गलत है। सिंघवी ने मांग की है कि राज्यसभा चुनाव के रिजल्ट को रद्द किया जाये।
एक धारणा से ये नियम बना दिया
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने याचिका में हाईकोर्ट को बताया है कि, ड्रा में जिसका नाम निकले वो हार जाये ये नियम कानूनी रूप से गलत है, जिसका नाम निकलता है उसको जीतना चाहिए, क्योंकि उस समय सिर्फ दो लोग होते हैं और बराबरी पर होते हैं। सिंघवी ने कहा कि एक्ट-रूल में कहीं ये नियम नहीं दिया गया है लेकिन ये विचित्र नियम किसी के भी द्वारा धारणा से बनाया गया है। मनु सिंघवी ने कहा हमने याचिका लगा दी है अब हाईकोर्ट आगे की नियमानुसार कार्रवाई करेगा और फैसला देगा।
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार थे सिंघवी
बता दें कि, हिमाचल की एक राज्यसभा सीट के लिए फरवरी महीने में राज्यसभा चुनाव हुआ था। जिसमें अभिषेक मनु सिंघवी को पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं बीजेपी से हर्ष महाजन उम्मीदवार थे। वहीं बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। दरअसल, राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पास कुल 68 वोटों में से अपने कुल 40 वोट थे। जीत कांग्रेस के उम्मीदवार की पक्की मानी जा रही थी।
लेकिन क्रॉस वोटिंग होने के चलते कांग्रेस की जीत खलल में पड़ गई। कांग्रेस के 6 विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार हर्ष वोटिंग कर दी। इसके साथ ही 3 अन्य निर्दलीय विधायकों के वोट भी हर्ष महाजन को पड़े। जिसके बाद कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी के हर्ष महाजन के पास वोटों की संख्या 34-34 बराबर हो गई। क्योंकि बीजेपी के पास उसके 25 वोट थे। उसे 9 वोट बाहर से और मिल गए।
फिलहाल दोनों पक्षों में 34-34 वोट पड़ने के बाद नियमों के मुताबिक ड्रा ऑफ़ लॉट्स अपनाया गया और एक पर्ची निकाली गई। वहीं नियम के मुताबिक, पर्ची में जिसका नाम निकला वह चुनाव हार गया। पर्ची में अभिषेक मनु सिंघवी का नाम निकला था और ऐसे में चुनाव में हर्ष महाजन की जीत हो गई थी।
क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर हुई कार्रवाई
क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों पर पार्टी की तरफ से कार्रवाई करते हुए उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था. विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इस बीच हिमाचल की राजनीति में इस दौरान काफी उथल-पुथल मच गई थी। जिसके बाद बागी विधायकों ने बीजेपी का दामन दाम लिया था। वहीं 3 निर्दलयी विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए थे।